भारत: की प्राचीन नाट्य परंपरा को पुनर्जीवित करने और युवाओं तक पहुंचाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। शुभ विचार संस्था, जो कि सांस्कृतिक पुनर्जागरण और रंगमंचीय प्रशिक्षण के लिए जानी जाती है, ने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) के साथ मिलकर भरतमुनि कृत 'नाट्यशास्त्र' को युवाओं तक पहुंचाने के लिए सहयोग की पहल की है।
इस संबंध में संस्था के संस्थापक, अभिनेता-निर्देशक और नाट्यशास्त्र के विशेषज्ञ श्री जीतेंद्र शर्मा ने हाल ही में NSD के रजिस्ट्रार प्रदीप कुमार मोहंती से दिल्ली में विशेष भेंट की।
जीतेंद्र शर्मा ने NSD को जयपुर में रीजनल सेंटर खोलने के लिए भूमि उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने कहा,
“जयपुर नाट्य चेतना का केंद्र रहा है। यदि यहां एनएसडी का रीजनल सेंटर खुले तो इससे हज़ारों युवाओं को शास्त्रीय रंगमंच की विधिवत शिक्षा मिल सकेगी।”
✅ भारत की सांस्कृतिक धरोहर ‘नाट्यशास्त्र’ को आधुनिक रंगमंच से जोड़ना
✅ युवाओं को प्राचीन रंगकर्म की गहराई से परिचित कराना
✅ NSD और शुभ विचार संस्था के साझा सेमिनार, वर्कशॉप और प्रोजेक्ट
✅ जयपुर, उदयपुर, कोटा जैसे शहरों में प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन
नाट्यशास्त्र को पंचम वेद कहा गया है
यह नाटक, संगीत, नृत्य और मंचीय कलाओं का प्राचीनतम ग्रंथ है
युवाओं में इसकी जानकारी बढ़ाकर उन्हें भारतीय रंगमंच की आत्मा से जोड़ा जा सकता है
शुभ विचार संस्था पिछले दो दशकों से नाट्यशास्त्र आधारित रंगप्रयोगों और प्रशिक्षणों में सक्रिय है। संस्था जल्द ही:
ऑनलाइन और ऑफलाइन पाठ्यक्रमों की शुरुआत करेगी
विद्यालय और महाविद्यालय स्तर पर रंगकर्म जागरूकता अभियान चलाएगी
NSD के सहयोग से एक राष्ट्रीय नाट्यशास्त्र महोत्सव आयोजित करने की योजना पर काम कर रही है
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.